OBC बैंक घोटाला : पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्दर सिंह के दामाद सहित 13 पर FIR
नई दिल्ली : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सिम्भाली शुगर्स लिमिटेड के चेयरमैन गुरमित सिंह मान, उप प्रबंध निदेशक गुरपाल सिंह और अन्य को कथित रूप से 200 करोड़ रुपये के बैंक घोटाले का आरोपी बनाया है। बीते दिन यह खबर चल रही थी कि इस घोटाले में पंजाब कांग्रेस के एक बड़े नेता का दामाद भी कथित रूप से शामिल है। आज उस खबर की पुष्टि हो गयी। इस ऋण घोटाले में कंपनी के जिस डिप्टी एमडी गुरुपाल सिंह का नाम सार्वजनिक किया गया है वह कोई और नहीं पंजाब के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रभावशाली नेता कैप्टन अमरेन्दर सिंह के दामाद हैं। इस मामले में कुल 13 के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसमें से कुछ अज्ञात बैंक अधिकारी भी हैं।
सिम्भाली शुगर्स लिमिटेड देश की सबसे बड़ी चीनी मिलों में से एक है। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जीएससी राव, सीएफओ संजय तापिया, कार्यकारी निदेशक गुरसिराम कौर मान और पांच गैर-कार्यकारी निदेशकों को भी इस मामले में शामिल किया गया है। सीबीआई के प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने कहा कि उक्त चीनी मिल के आठ ठिकानों पर छापे मारकी की गयी है, जिसमें दिल्ली, हापुर और नोएडा के कंपनी कार्यालय शामिल हैं।
पंजाब नेशनल बैंक के बाद इस घोटाले को बेहद तबज्जो दिया जा रहा है। ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स का यह घोटाला करीब 200 करोड़ रुपये का है। यूपी की सिंभावली शुगर लिमिटेड कंपनी पर आरोप है कि उसने 97.85 करोड़ रुपये बैंक से लिए। मामले में सीबीआई से 17 नवंबर 2017 को शिकायत की थी लेकिन सीबीआई ने 22 फरवरी को केस दर्ज किया।
बैंक की ओर से दायर की गई शिकायत में कहा गया है कि कंपनी ने साल 2011 में रिजर्व बैंक की गन्ना किसानों के लिए लाई गई योजना के तहत 97.85 करोड़ का लोन लिया था। इस रकम को गन्ना किसानों को वित्तीय मदद के रूप में बांटना था, लेकिन कंपनी ने फजीवज़ड़ा करके इस रकम को अपने काम के लिए खर्च कर लिया। 31 मार्च 2015 को यह लोन एनपीए बन गया। जिसके बाद कंपनी ने पिछले लोन को चुकाने के लिए 110 करोड़ रुपये का नया लोन लिया।
एफआईआर के अनुसार दूसरे लोन को नोटबंदी के 20 दिन बाद 29 नवंबर 2016 को एनपीए घोषित कर दिया गया। एफआईआर के अनुसार बैंक से 97.85 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला है लेकिन असल में बैंक को 109.08 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। सीबीआई ने सिंभावली शुगर्स लिमिटेड के खिलाफ मामले के सिलसिले में दिल्ली और उत्तरप्रदेश में कई स्थानों पर छापेमारी की है। गौरतलब है कि यह कंपनी शुगर रिफाइनरी कंपनियों की सबसे बड़ी कंपनियों मे से एक है। यह कंपनी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में भी लिस्टेड है।